अजब गजब: कई सालों से लोगों को मगरमच्छ करता आ रहा था परेशान, की हैं कई हत्याएं, गोलियां भी इसके सामने बेकार
- मगरमच्छ ने ली अनेकों लोगों की जान
- गोलियां भी इसके सामने बेकार
- लोग बनाते थे कई तरह की कहानियां
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मगरमच्छ कई बार बहुत आतंक मचा देता है। वह शहरों में घुस कर लोगों को मार देते हैं या घायल कर देते हैं। वहीं पूर्वी अफ्रीका के बुरुंडी के तांगानिक्या झील में एक मगरमच्छ रहता है जो किसी राक्षस से कम नहीं है। इस मगरमच्छ की वजह से कई सालों से इस झील में कोई नहीं आया है। यहां तक कि इसके आस-पास भी कोई नहीं भटकता है। इसको लेकर लोगों ने कई तरह की कहानियां भी बनाई हैं। इस 21 फुट के मगरमच्छ ने अब तक अनगिनत लोगों की हत्या कर चुका है।
तरह-तरह की कहानियां बनाते थे लोग
शुरूआत में लोगों को झील के किनारे इंसानों और जानवरों के कटे शव मिलते थे। तब लोगों ने सीरियल किलर के घूमने की कहानी बना दी। लेकिन जब शवों के ढेर लगने लगे तब लोगों को अहसास हुआ कि ये कोई आम आदमी का काम नहीं है। जिसके बाद लोगों को इस मगरमच्छ के बारे में पता चला जो वास्तव में लोगों को मार देता था।
बढ़ने लगा साइज
ऐसा माना जाता है कि उस मगरमच्छ का जन्म 1950 या 60 के बीच नील नदी के किनारे कहीं हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि उस मगरमच्छ ने बचपन से ही दूसरे मगरमच्छों के शिकार के तरीके का पालन किया होगा। पहले छोटी मछलियों और जीवों का शिकार किया होगा। जैसे-जैसे यह बड़ा होने लगा वैसे वैसे अपने शिकार के तरीके को अच्छा करता गया।
जिन विशेषज्ञों ने इसको पहली बार देखा है उनका कहना है कि ये करीब 21 फीट या उससे ज्यादा बड़ा हो सकता है। साथ ही इसका वजन करीब एक टन तक हो सकता है। ऐसा माना जाता है कि ये मगरमच्छ 80 के दशक के दौरान सैकड़ों लोगों को मारा है।
गोली भी इसके सामने बेकार
मगरमच्छ की स्किन कठोर होती है। और उसकी स्किन कठोर होने के चलते उसके कंधे पर भाले के घाव के निशान दिखाई पड़ते हैं। साथ ही मशीन गन की गोलियों के भी कई निशान उसकी स्किन पर हैं। ऐसा लगता है कि उसकी स्किन बुलेट प्रूफ है जिसके चलते उसको गोलियों का भी असर नहीं होता है। हालांकि इसको पकड़ने और मारने की बहुत सारी कोशिशें की जा चुकी हैं। लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी है। वहीं विशेषज्ञों के मुताबिक इस मगरमच्छ की उम्र लगभग 70 साल तक होती है। लेकिन कुछ मगरमच्छ 120 साल से भी ज्यादा जी सकते हैं।